नीला आसमाँ सो गया
आँसुओं में चाँद डूबा, रात मुरझाई
जिन्दगी में दूर तक, फ़ैली है तन्हाई
जो गुजरे हम पे वो कम है, तुम्हारे ग़म का मौसम है
याद की वादी में गूँजे बीते अफसाने
हमसफ़र जो कल थे, अब ठहरे वो बेगाने
मुहब्बत आज प्यासी है, बड़ी गहरी उदासी है |
फिल्म : सिलसिला (१९८१)
गीतकार : जावेद अख्तर
संगीतकार : शिव हरी
गायक : लता मंगेशकर
Movie : SilSila (1981)
Lyricist : Javed Akhtar
Music Director : Shiv Hari
Singer : Lata Mangeshkar
आँसुओं में चाँद डूबा, रात मुरझाई
जिन्दगी में दूर तक, फ़ैली है तन्हाई
जो गुजरे हम पे वो कम है, तुम्हारे ग़म का मौसम है
याद की वादी में गूँजे बीते अफसाने
हमसफ़र जो कल थे, अब ठहरे वो बेगाने
मुहब्बत आज प्यासी है, बड़ी गहरी उदासी है |
फिल्म : सिलसिला (१९८१)
गीतकार : जावेद अख्तर
संगीतकार : शिव हरी
गायक : लता मंगेशकर
Movie : SilSila (1981)
Lyricist : Javed Akhtar
Music Director : Shiv Hari
Singer : Lata Mangeshkar
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