Sunday, 14 December 2014

सजनवा बैरी हो गये हमार

सजनवा बैरी हो गये हमार
चिठिया हो तो, हर कोई बांचे
भाग न बांचे कोय
करमवा बैरी हो गये हमार

जाये बसे परदेस सजनवा, सौतन के भरमाये
न संदेस न कोई खबरीया, रुत आये रुत जाये
डूब गये हम बीच भंवर में, कर के सोलाह पार
सजनवा बैरी हो गये हमार...

सुनी सेज गोद मोरी सुनी, मरम ना जाने कोय
छटपट तड़पे प्रीत बिचारी, ममता आँसू रोये
ना कोई इस पार हमारा, ना कोई उस पार
सजनवा बैरी हो गये हमार...

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फिल्म : तीसरी कसम (1966)
गीतकार : शैलेन्द्र
संगीतकार : शंकर जयकिशन
गायक : मुकेश
Movie : Teesri Kasam (1966)
Lyricist : Shailendra
Music Director : Shankar Jaikishan
Singer : Mukesh

पंछी बनूँ उड़ती फिरूं मस्त गगन में

पंछी बनूँ उड़ती फिरूं मस्त गगन में
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में

हिल्लोरी... हिल्लोरी...

ओ मेरे जीवन में चमका सवेरा
ओ मिटा दिल से वो गम का अन्धेरा
ओ हरे खेतों में गाए कोई लहरा
ओ यहाँ दिल पर किसी का न पहरा
रंग बहारों ने भरा मेरे जीवन में
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में
पंछी बनूँ उड़ती फिरूं...

ओ दिल ये चाहे बहारों से खेलूं
ओ गोरी नदिया की धारों से खेलूं
ओ चाँद सूरज सितारों से खेलूं
ओ अपनी बाहों में आकाश ले लूं
बढ़ती चलूँ गाती चलूँ अपनी लगन में
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में
पंछी बनूँ उड़ती फिरूं...

हिल्लोरी... हिल्लोरी...

ओ मैं तो ओढूँगी बादल का आँचल
ओ मैं तो पहनूंगी बिजली की पायल
ओ छीन लूंगी घटाओं से काजल
ओ मेरा जीवन है नदिया की हलचल
दिल से मेरे लहरें उठे ठंडी पवन में
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में
पंछी बनूँ उड़ती फिरूं...

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फिल्म : चोरी चोरी (1956)
गीतकार : हसरत जयपुरी
संगीतकार : शंकर-जयकिशन
गायक  लता मंगेशकर
Movie : Chori-Chori (1968)
Lyricist : Hasrat Jaipuri
Music Director : Shankar-Jaykishan
Singer : Lata Mangeshkar

मेरे सामने वाली खिड़की में

मेरे सामने वाली खिड़की में, एक चाँद सा मुखडा रहता है
अफसोस ये है, के वो हम से कुछ उखड़ा उखड़ा रहता है

जिस रोज से देखा है उस को, हम शमा जलाना भूल गए
दिल थाम के ऐसे बैठे है, कही आना जाना भूल गए
अब आठ पहर इन आँखों में, वो चंचल मुखडा रहता है

बरसात भी आकर चली गयी, बादल भी गरज कर बरस गए
पर उस की एक झलक को हम, ए हुस्न के मालिक तरस गए
कब प्यास बुझेगी आँखों की, दिनरात ये दुखडा रहता है |

फिल्म : पडोसन (१९६८)
गीतकार : राजेन्द्र कृष्ण
संगीतकार : राहुलदेव बर्मन
गायक : किशोर कुमार
Movie : Padosan (1968)
Lyricist : Rajendra Krishna
Music Director : Rahuldev Burman
Singer : Kishore Kumar

Thursday, 11 December 2014

बहारों फूल बरसाओ

बहारों फूल बरसाओ, मेरा महबूब आया है
हवाओं रागिनी गाओ, मेरा महबूब आया है

ओ लाली फूल की मेहंदी लगा इन गोरे हाथों में
उतर आ ऐ घटा काजल लगा इन प्यारी आँखों में
सितारों माँग भर जाओ, मेरा महबूब आया है

नज़ारो हर तरफ अब तान दो एक नूर की चादर
बड़ा शर्मिला दिलबर है चला जाए ना शरमा कर
ज़रा तुम दिल को बहलाओ, मेरा महबूब आया है

सजाई है जवां कलियों ने अब ये सेज उल्फ़त की
इन्हें मालूम था आएगी एक दिन रुत मोहब्बत की
फजाओं रंग बिखराओं, मेरा महबूब आया है |

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फिल्म : सूरज (१९६६)
गीतकार : हसरत जयपुरी
संगीतकार : शंकर जयकिशन
गायक : मोहम्मद रफी
Movie : Suraj (1966)
Lyricist : Hasrat Jaipuri
Music Director : Shankar Jaikishan
Singer : Mohammad Rafi
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वर्ष १९६७ का 'फिल्मफेयर पुरुष्कार' 
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अजीब दास्ताँ है ये

अजीब दास्ताँ है ये, कहा शुरू कहा ख़तम
ये मंज़िले हैं कौनसी, न वो समझ सके न हम

ये रोशनी के साथ क्यों, धुँआ उठा चिराग से
ये ख्वाब देखती हूँ मैं के जग पडी हूँ ख्वाब से

मुबारके तुम्हे के तुम किसी के नूर हो गए
किसी के इतने पास हो के सब से दूर हो गए

किसी का प्यार लेके तुम नया जहां बसाओगे
ये शाम जब भी आयेगी, तुम हमको याद आओगे

फिल्म : दिल अपना और प्रीत पराई (१९६०)
गीतकार : शैलेन्द्र
संगीतकार : शंकर जयकिशन
गायक : लता मंगेशकर
Movie : Dil Apana Aur Preet Parai (1960)
Lyricist : Shailendra
Music Director : Shankar Jaikishan
Singer : Lata Mangeshkar

हम थे जिनके सहारे

हम थे जिनके सहारे, वो हुए ना हमारे
डूबी जब दिल की नैय्या, सामने थे किनारे

क्या मोहब्बत के वादे, क्या वफ़ा के इरादे
रेत की हैं दीवारे, जो भी चाहे गिरा दे

है सभी कुछ जहां में, दोस्ती है वफ़ा है
अपनी ये कमनसीबी, हम को ना कुछ भी मिला है

यूं तो दुनिया बसेगी, तनहाई फिर भी डसेगी
जो जिन्दगी में कमी थी, वो कमी तो रहेगी

फिल्म : सफर (१९७०)
गीतकार : इंदीवर
संगीतकार : कल्याणजी आनंदजी
गायक : लता मंगेशकर

Movie : Safar (1970)
Lyricist : Indeevar
Music Director : Kalyanji Anandji
Singer : Lata Mangeshkar


Sunday, 7 December 2014

नीला आसमाँ सो गया

नीला आसमाँ सो गया

आँसुओं में चाँद डूबा, रात मुरझाई
जिन्दगी में दूर तक, फ़ैली है तन्हाई
जो गुजरे हम पे वो कम है, तुम्हारे ग़म का मौसम है

याद की वादी में गूँजे बीते अफसाने
हमसफ़र जो कल थे, अब ठहरे वो बेगाने
मुहब्बत आज प्यासी है, बड़ी गहरी उदासी है |

फिल्म : सिलसिला (१९८१)
गीतकार : जावेद अख्तर
संगीतकार : शिव हरी
गायक : लता मंगेशकर
Movie : SilSila (1981)
Lyricist : Javed Akhtar
Music Director : Shiv Hari
Singer : Lata Mangeshkar

जिधर देखूँ तेरी तस्वीर नज़र आती है

जिधर देखूँ तेरी तस्वीर नज़र आती है
तेरी सूरत मेरी तकदीर नज़र आती है

जिंदा हूँ मैं, तेरे लिये, जीवन तेरा है
मेरा है जो, सब है तेरा, अब क्या मेरा है
मेरी खुशियों की तू जागीर, नज़र आती हैं

बिना देखे, बिना जाने, तन-मन बाँधे जो
बंधन जो, जनम-जनम मर के जुदा ना हो
तेरी चाहत वही जंजीर आती हैं

फिल्म : महान (1983)
गीतकार : अंजान
संगीतकार : राहुलदेव बर्मन
गायक : किशोर कुमार
Movie : Mahan (1983)
Lyricist : Anjaan
Music Director : Rahuldev Burman
Singer : Kishore Kumar

छूकर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा

छूकर मेरे मन को, किया तूने क्या इशारा
बदला ये मौसम  लगे प्यारा जग सारा

तू जो कहे जीवन भर, तेरे लिए मैं गाऊँ
गीत तेरे बोलों पे, लिखता चला जाऊँ
मेरे गीतों में, तुझे ढूंढें जग सारा

आजा तेरा आँचल ये, प्यार से मैं भर दूं
खुशियाँ जहां भर की, तुझ को नजर कर दूं
तू ही मेरा जीवन  तू ही जीने का सहारा

फिल्म : याराना (1981)
गीतकार : अंजान
संगीतकार : राजेश रोशन
गायक : किशोर कुमार
Movie : Yaraana (1981)
Lyricist : Anjaan
Music Director : Rajesh Roshan
Singer : Kishore Kumar

Friday, 5 December 2014

रहा गर्दिशों में हरदम

रहा गर्दिशों में हरदम, मेरे इश्क का सितारा
कभी डगमगाई कश्ती, कभी खो गया किनारा

कोई दिल के खेल देखे, कि मुहब्बतो की बाजी
वो कदम-कदम पे जीते, मैं कदम-कदम पे हारा

ये हमारी बदनसीबी, जो नहीं तो और क्या है
कि उसी के हो गए हम, जो न हो सका हमारा

पड़े जब ग़मों से पाले, रहे मिट के मिटने वाले
जिसे मौत ने न पूछा, उसे जिन्दगी ने मारा

फिल्म - दो बदन (1966)
गीतकार : शकील बदायुनी
संगीतकार : रवि
गायक : मोहम्मद रफी
Lyricist : Shakeel Badayuni
Music Director : Ravi
Singer : Mohammad Rafi
Movie : Do Badan (1966)

क्या हुआ तेरा वादा

क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम, वो इरादा
भूलेगा दिल, जिस दिन तुम्हें
वो दिन जिन्दगी का, आखरी दिन होगा

याद हैं मुझको, तू ने कहा था
तुम से नहीं रुठेंगे कभी
दिल की तरह से हाथ मिले हैं
कैसे भला छूटेंगे कभी
तेरी बाहों में बीती हर शाम
बेवफा, ये भी क्या याद नहीं

ओ कहने वाले मुझको फरेबी
कौन फरेबी हैं ये बता
वो जिस ने गम लिया, प्यार की खातिर
या जिस ने प्यार को बेच दिया
नशा दौलत का ऐसा भी क्या
के तुझे कुछ भी याद नहीं

फिल्म : हम किसीसे कम नही (1977)
गीतकार : मजरुह सुलतानपुरी
संगीतकार : राहुलदेव बर्मन
गायक : मोहम्मद रफी
Movie : Hum Kisise Kum Nahi (1977)
Lyricist : Majrooh Sultanpuri
Music Director : Rahuldev Burman

दिलबर मेरे कब तक मुझे

दिलबर मेरे कब तक मुझे ऐसे ही तडपाओगे
मैं आग दिल में लगा दूंगा वो, के पल में पिघल जाओगे
एक दिन आयेगा, प्यार हो जाएगा
मैं आग दिल में लगा दूंगा वो, के पल में पिघल जाओगे

सोचोगे जब मेरे बारे में तनहईयों में
घिर जाओगे और भी मेरी परछईयों में
दिल मचल जाएगा, प्यार हो जाएगा

दिल से मिलेगा जो दिल तो महकने लगोगे
तुम मेरी बाँहों में आ के बहकने लगोगे
होश खो जाएगा, प्यार हो जाएगा

चित्रपट : सत्ते पे सत्ता (1982)
गीतकार : गुलशन बावरा
संगीतकार : राहुलदेव बर्मन
गायक : किशोर कुमार
Movie : Satte Pe Satta (1982)
Lyricist : Gulshan Bawara
Music Director : Rahuldev Burman
Singer : Kishore Kumar

एक प्यार का नगमा है

एक प्यार का नगमा है, मौजो की रवानी है
जिन्दगी और कुछ भी नहीं, तेरी मेरी कहानी है

कुछ पाकर खोना है कुछ खोकर पाना है
जीवन का मतलब तो आना और जाना है
दो पल के जीवन से इक उम्र चुरानी है

तू धार है नदिया की मैं तेरा किनारा हूँ
तू मेरा सहारा है मैं तेरा सहारा हूँ
आँखों में समंदर है आशाओं का पानी है

तूफ़ान को आना है आकर चले जाना है
बादल है ये कुछ पल का छाकर ढल जाना है
परछाइयाँ रह जाती, रह जाती निशानी है

फिल्म : शोर (१९७२)
गीतकार : संतोष आनंद
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गायक : लता - मुकेश
Movie : Shor (1972)
Lyricist : Santosh Anand
Music Director : Laxmikant Pyarelal
Singer : Lata - Mukesh

ये शाम मस्तानी

ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी ओर लिए जाए

दूर रहती है तू, मेरे पास आती नहीं
होठों पे तेरे, कभी प्यास आती नहीं
ऐसा लगे, जैसे कि तू, हँसके जहर कोई पिए जाए

बात जब मैं करूँ, मुझे रोक देती है क्यों
तेरी मीठी नजर, मुझे टोक देती है क्यों
तेरी हया, तेरी शर्म, तेरी कसम  मेरे होंठ सिये जाए

एक रूठी हुई, तकदीर जैसे कोई
खामोश ऐसे है तू, तस्वीर जैसे कोई
तेरी नजर बनके जुबां लेकिन तेरे पैगाम दिए जाए

फिल्म : कटी पतंग (१९७०)
गीतकार : आनंद बक्षी
संगीतकार : राहुलदेव बर्मन
गायक : किशोर कुमार
Movie : Kati Patang (1970)
Lyricist : Anand Bakshi
Music Director : Rahuldev Burman
Singer : Kishore Kumar

होके मजबूर मुझे उसने भुलाया होगा

होके मजबूर मुझे उसने भुलाया होगा
ज़हर चुपके से दवां जानके खाया होगा

दिल ने ऐसे भी कुछ अफ़साने सुनाये होंगे
अश्क़ आँखोंने पिये और ना बहाये होंगे
बंद कमरे में जो खत मेरे जलाये होंगे
एक एक हर्फ़ जबीन पर उभर आया होगा

उसने घबराके नज़र लाख बचाई होगी
दिल की लूटती हुयी दुनियाँ नज़र आयी होगी
मेज़ से जब मेरी तस्वीर हटाई होगी
हर तरफ मुझको तडपता हुआ पाया होगा

छेड़ की बात पे अरमां मचल आये होंगे
ग़म दिखावे की हँसी में उबल आये होंगे
नाम पर मेरे जब आँसू निकल आये होंगे
सर ना काँधे से सहेली के उठाया होगा

जुल्फ़ ज़िद करके किसी ने जो बनाई होगी
और भी ग़म की घटा मुखड़े पे छाई होगी
बिजली नजरों ने कई दिन ना गिराई होगी
रंग चेहरे पे कई रोज़ ना आया होगा

फिल्म : हकीकत (१९६४)
गीतकार : कैफी आझमी 
संगीतकार : मदन मोहन
गायक : मोहम्मद रफी, मन्ना डे, तलत मेहमूद, भूपिंदर   
Movie : Haqeeqat (1964) 
Lyricist : Kaifi Azami 
Music Director : Madan mohan
Singer :Mohammad Rafi - Manna Dey - Talat Mehmmod - Bhupinder  

कारवाँ गुज़र गया

स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे शूल से
लुट गये सिंगार सभी बाग़ के बबूल से
और हम खड़े-खड़े बहार देखते रहे
कारवाँ गुज़र गया गुबार देखते रहे।

नींद भी खुली न थी कि हाय धूप ढल गई
पाँव जब तलक उठे कि ज़िन्दगी फिसल गई
पात-पात झर गये कि शाख़-शाख़ जल गई
चाह तो निकल सकी न पर उमर निकल गई
गीत अश्क बन गए छंद हो दफन गए
साथ के सभी दिऐ धुआँ पहन पहन गये
और हम झुके-झुके मोड़ पर रुके-रुके
उम्र के चढ़ाव का उतार देखते रहे
कारवाँ गुज़र गया गुबार देखते रहे।

क्या शबाब था कि फूल-फूल प्यार कर उठा
क्या जमाल था कि देख आइना मचल उठा
इस तरफ़ जमीन और आसमाँ उधर उठा
थाम कर जिगर उठा कि जो मिला नज़र उठा
एक दिन मगर यहाँ ऐसी कुछ हवा चली
लुट गयी कली-कली कि घुट गयी गली-गली
और हम लुटे-लुटे वक्त से पिटे-पिटे
साँस की शराब का खुमार देखते रहे
कारवाँ गुज़र गया गुबार देखते रहे।

हाथ थे मिले कि जुल्फ चाँद की सँवार दूँ
होठ थे खुले कि हर बहार को पुकार दूँ
दर्द था दिया गया कि हर दुखी को प्यार दूँ
और साँस यूँ कि स्वर्ग भूमी पर उतार दूँ
हो सका न कुछ मगर शाम बन गई सहर
वह उठी लहर कि ढह गये किले बिखरबिखर
और हम डरे-डरे नीर नयन में भरे
ओढ़कर कफ़न पड़े मज़ार देखते रहे
कारवाँ गुज़र गया गुबार देखते रहे।

माँग भर चली कि एक जब नई नई किरन
ढोलकें धुमुक उठीं ठुमक उठे चरन-चरन
शोर मच गया कि लो चली दुल्हन चली दुल्हन
गाँव सब उमड़ पड़ा बहक उठे नयन-नयन
पर तभी ज़हर भरी गाज एक वह गिरी
पुँछ गया सिंदूर तार-तार हुई चूनरी
और हम अजान से दूर के मकान से
पालकी लिये हुए कहार देखते रहे
कारवाँ गुज़र गया गुबार देखते रहे।

फिल्म : नई उमर की नई फसल
गीतकार : गोपालदास नीरज
संगीत : रोशन
गायक : मो. रफ़ी

Movie : Nai Umar Ki Nai Fasal
Lyricist : Neeraj
Music Director : Roshan
Singe :Mohd. Rafi

वो शाम कुछ अजीब थी

वो शाम कुछ अजीब थी, ये शाम भी अजीब है
वो कल भी पास पास थी, वो आज भी करीब है

झुकी हुई निगाह में, कहीं मेरा ख़याल था
दबी दबी हँसी में, इक हसीन सा गुलाल था
मैं सोचता था मेरा नाम गुनगुना रही है वो
न जाने क्यों लगा मुझे के मुस्कुरा रही है वो

मेरा ख़याल है अभी झुकी हुई निगाह में
खिली हुई हँसी भी है, दबी हुई सी चाह में
मैं जानता हूँ, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
यही ख़याल है मुझे के साथ आ रही है वो

फिल्म : खामोशी (१९६९)
गीतकार : गुलजार 
संगीतकार : हेमंत कुमार
गायक : किशोर कुमार   
Movie : Khamoshi (1969)
Lyricist : Gulzar 
Music Director : Hemant Kumar
Singer : Kishor Kumar

ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है

ये महलों, ये तख्तों, ये ताजों की दुनिया
ये इंसान के दुश्मन समाजों की दुनिया
ये दौलत के भूखे रवाजों की दुनिया
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है

हर एक जिस्म घायल, हर एक रूह प्यासी
निगाहो में उलझन, दिलों में उदासी
ये दुनिया है या आलम-ए-बदहवासी
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है

जहाँ एक खिलौना है, इंसान की हस्ती
ये बस्ती है मुर्दा परस्तों की बस्ती
यहाँ पर तो जीवन से मौत सस्ती
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है

जवानी भटकती है बदकार बन कर
जवां जिस्म सजते हैं बाजार बनकर
यहाँ प्यार होता है व्योपार बनकर
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है

ये दुनिया जहाँ आदमी कुछ नहीं है
वफ़ा कुछ नहीं, दोस्ती कुछ नहीं है
यहाँ प्यार की कद्र ही कुछ नहीं है
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है

जला दो इसे, फूँक डालो ये दुनिया
मेरे सामने से हटा लो ये दुनिया
तुम्हारी है तुम ही संभालो ये दुनिया
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है

फिल्म : प्यासा (१९५७)
गीतकार : साहिर लुधियानवी
संगीतकार : सचिनदेव बर्मन
गायक : मोहम्मद रफी
Movie : Pyaasa (1957)
Lyricist : Saahir Ludhiyanvi
Music Director : Sachindev Burman
Singer : Mohammad Rafi

चलो एक बार फिर से, अजनबी बन जायें हम दोनों

चलो एक बार फिर से, अजनबी बन जायें हम दोनों

न मैं तुम से कोई उम्मीद रक्खूँ दिलनवाज़ी की
न तुम मेरी तरफ देखो, ग़लत अंदाज़ नज़रों से
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाये मेरी बातों में
न जाहिर हो तुम्हारी कश्मकश का राज़ नज़रों से

तुम्हें भी कोई उलझन रोकती हैं पेशकदमी से
मुझे भी लोग कहते हैं की ये जलवे पराये हैं
मेरे हमराह भी रुसवाईयाँ हैं मेरे माज़ी की
तुम्हारे साथ अभी गुज़री हुई रातों के साये हैं

तअर्रुफ़ रोग हो जाये, तो उसको भूलना बेहतर
तअल्लुख बोझ बन जाये तो उसको तोड़ना अच्छा
वो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन
उसे एक खूबसूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा

चलो एक बार फिर से, अजनबी बन जायें हम दोनों |

फिल्म - गुमराह (१९६३)
गीतकार : साहिर लुधियानवी 
संगीतकार : रवि 
गायक : महेंद्र कपूर
Movie : Gumrah (1963)
Lyricist : Saahir Ludhiyanvi 
Music Director : Ravi
Singer : Mahendra Kapoor  

ऐ मेरे वतन के लोगों

ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन हैं हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने हैं प्राण गवाये
कुछ याद उन्हें भी कर लो, कुछ याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर ना आये, जो लौट के घर ना आये

ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

जब घायल हुआ हिमालय, ख़तरे में पड़ी आज़ादी
जब तक थी साँस लडे वो, फिर अपनी लाश बिछा दी
संगीन पे धर कर माथा, सो गये अमर बलिदानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली
जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली
थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

कोई सिख कोई जाट मराठा, कोई गुरखा कोई मद्रासी
सरहद पर मरनेवाला, हर वीर था भारतवासी
जो खून गिरा पर्वतपर, वो खून था हिन्दुस्तानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

थी खून से लथपथ काया, फिर भी बंदुक उठाके
दस दस को एक ने मारा, फिर गिर गये होश गँवा के
जब अंत समय आया तो, कह गये के अब मरते हैं
खुश रहना देश के प्यारों, अब हम तो सफ़र करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

तुम भूल ना जाओ उनको इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

जय हिंद, जय हिंद की सेना
जय हिंद, जय हिंद की सेना

गीतकार : प्रदीप
संगीतकार : सी रामचंद्र
गायक : लता मंगेशकर
Lyricist : Pradeep
Music Director : C. Ramchandra
Singer : Lata Mangeshkar




कवि प्रदीप के लोकप्रिय गीत -

  • ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आंख में भर लो पानी
  • आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की
  • चल चल रे नौजवान चल
  • हम लाए हैं तूफ़ान से कश्ती निकाल के 
  • दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिंदुस्तान हमारा है 
  • साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल 
  • देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान 
  • बिगुल बज रहा आज़ादी का 
  • ऊपर गगन विशाल
  • आज के इस इंसान को ये क्या हो गया
  • चलो चलें मां सपनों के गांव में
  • तेरा मेला पीछे छूटा राही चल अकेला 
  • अंधेरे में जो बैठे हैं ज़रा उनपर नज़र डालो 
  • दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले 
  • इंसान का इंसान से हो भाईचारा यही पैगाम हमारा 
  • सूरज रे जलते रहना 
  • मुखड़ा देख ले प्राणी जरा दर्पण में 
  • तेरे द्वार खड़ा भगवान 
  • पिंजरे के पंछी रे तेरा दर्द न जाने कोय 
  • कोई लाख करे चतुराई रे... (फ़िल्म चान्दी पूजा)
  • ओ अमीरों के परमेश्वर (फ़िल्म पैग़ाम)
  • जगत भर की रौशनी के लिये (फ़िल्म हरीशचन्द्र तारामती)
  • मैं तो आरती उतारूं रे (फ़िल्म जय सन्तोषी मां)